कलेक्टर एवं एसडीएम पर अवैधानिक कार्यवाही के आरोप, पत्रकार के साधारण सूचना पत्र की तामिल फरार स्थाई वारंटी की तरह कराने से पत्रकारों में आक्रोश 

शाजापुर में मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ ने जिला अध्यक्ष अभिषेक सक्सेना के साथ प्रशासन द्वारा की गई कथित अवैधानिक कार्रवाई का विरोध किया। कलेक्टर ऋजु बाफना और एसडीएम अर्चना कुमारी पर आरोप लगाते हुए पत्रकार संघ ने आंदोलन व कार्रवाई की चेतावनी दी।

हिंदी: Aug 29, 2025 - 18:36
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कलेक्टर एवं एसडीएम पर अवैधानिक कार्यवाही के आरोप, पत्रकार के साधारण सूचना पत्र की तामिल फरार स्थाई वारंटी की तरह कराने से पत्रकारों में आक्रोश 

शाजापुर, गणेश चतुर्थी 27 अगस्त को मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के जिला अध्यक्ष व अधिमान्य पत्रकार के एक साधारण सूचना पत्र की तामिली फरार स्थाई वारंटी की तरह करने से जिले के पत्रकार आक्रोषित हो गए है। मामले में शाजापुर कलेक्टर एवं शुजालपुर एसडीएम की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में बताई जा रही है। मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के उज्जैन संभागीय अध्यक्ष मनोज जैन ने प्रशासन की इस कार्रवाई को अवैधानिक बताते हुए संबंधित अधिकारियों पर उचित कार्रवाई की मांग सरकार से की है। श्री जैन ने बताया कि प्रशासन ने मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के शाजापुर जिला अध्यक्ष अभिषेक सक्सेना को प्रताड़ित करने के लिए एक साधारण सूचना पत्र की तामिल किसी बड़े आदतन अपराधी या स्थायी वारण्टी की तर्ज पर कराई। धौंस धपट देने व अवैधानिक कार्यशैली अपनाने के इस मामले की शिकायत मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ द्वारा की गई है। इस संबंध में शुजालपुर मंडी पुलिस थाने में एक शिकायती आवेदन भी दिया गया है। संभागीय अध्यक्ष जैन ने अधिकारियों के इस गैर जिम्मेदाराना कृत्य की कड़ी निंदा की है।
पिछले दिनों फ्रीगंज क्षेत्र में हुए चक्काजाम को आधार बनाकर कलेक्टर न्यायालय से अभिषेक सक्सेना के विरूद्ध सूचना पत्र जारी किया गया था। जिसकी तामिल के लिए शुजालपुर के कार्यपालिक मजिस्ट्रेट केएल चैहान, जमादार लियाकत, पुलिसकर्मी शिवनारायण सेन व भृत्य विनोद जाट ने संगठित गिरोह की तरह शासकीय वाहन से सक्सेना की आवासीय काॅलोनी परिसर में दिनभर में कई चक्कर लगाए। कॉलोनी के कर्मचारी ने फोन पर केएल चौहान से पत्रकार सक्सेना की बात भी कराई, जिस पर सक्सेना ने 5 बजे तक आकर तामिल लेने की बात कही थी। इसके बावजूद उक्त अधिकारी उनके आवास पर पहुंचे और सक्सेना के कर्मचारी को धमकाते हुए कहा कि पत्रकार को बोल देना कलेक्टर व एसडीएम मैडम की शरण में चले जाए व प्रशासन के हित के समाचार प्रकाशित करें, अन्यथा हमें अच्छे से समझाना आता है। इसके बाद भी वह लोग नहीं रूके व उनकी अन्य आवासीय काॅलोनी में सूचना पत्र पर यह झूठी टिप्पणी लिखकर की "तामिल लेने से मना किया गया", उसे चस्पा करने का फोटो खींचकर वापस उसे निकालकर ले जाने लगे। इस पर सक्सेना ने उन्हें फोन पर कहा कि मैं पहुंचने ही वाला हूं व आवासीय परिसर पहुंचकर तामिल प्राप्त कर लूंगा। अधिकारियों की इस अवैधानिक कार्यशैली की जानकारी जब अन्य पत्रकार साथियों को प्राप्त हुई तो वे भी मौके पर पहुंच गए और उन लोगों ने भी कड़ी आपत्ति दर्ज कराई। मौके पर उपस्थित अधिकारियों ने उपस्थित मीडिया के समक्ष यह भी स्वीकार किया गया कि शाजापुर कलेक्टर ऋजु बाफना व शुजालपुर एसडीएम अर्चना कुमार के मौखिक निर्देश पर गणेश चतुर्थी का अवकाश होने के बावजूद हम यह तामिल कराने यहां आए है। इसके पूर्व भी 26 अगस्त को तहसील के जमादार लियाकत द्वारा एसडीएम अर्चना कुमारी के दबाव में 25 अगस्त के सूचना पत्र की तामिल तारीख निकल जाने के एक दिन बाद कराई थी। जिसका वीडियो भी सबूत के तौर पर सक्सेना के पास मौजूद है। वीडियो में जमादार द्वारा कहा गया कि "एसडीएम मैडम ने कहा कि हस्ताक्षर के नीचे तारीख मत डालिए" उस तामिल पर उन्होंने 2 गवाहों के सबूत के तौर पर साईन भी कराए।
पत्रकार अभिषेक सक्सेना ने कलेक्टर शाजापुर ऋजु बाफना, शुजालपुर एसडीएम अर्चना कुमारी पर झूठे मामले में फसाने के सीधे आरोप लगाए हैं। शाजापुर जिले में इन दोनों अधिकारियों द्वारा अघोषित आपातकाल लगाने की बात भी कही है। साथ ही शीघ्र ही बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी है। दोषी अधिकारी व कर्मचारियों के विरूद्ध मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के पत्रकारों द्वारा मंडी पुलिस थाने में प्रकरण पंजीबद्ध करने के लिए शिकायती आवेदन पत्र भी दिया गया है। वहीं मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव, मुख्य सचिव अनुराग जैन से शाजापुर कलेक्टर ऋजु बाफना व शुजालपुर एसडीएम अर्चना कुमारी को निलंबित करने की मांग भी की है। शाजापुर जिले के पत्रकारों व विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया पर भी काफी तादाद में वायरल वीडियो को शेयर किया है, जिससे आम नागरिकों में प्रशासन के रवैये के प्रति असंतोष का माहौल है।

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