22 दिन बाद फिर शुरू हुई वैष्णो देवी यात्रा, 'जय माता दी' के जयकारों के साथ उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

22 दिन बाद माता वैष्णो देवी यात्रा फिर शुरू, कटरा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। सुरक्षा कड़े प्रोटोकॉल और RFID ट्रैकिंग के साथ यात्रा को हरी झंडी मिली।

हिंदी: Sep 17, 2025 - 11:47
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22 दिन बाद फिर शुरू हुई वैष्णो देवी यात्रा, 'जय माता दी' के जयकारों के साथ उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
शुरू हुई वैष्णो देवी यात्रा

‘जय माता दी’ के नारों की गूंज और श्रद्धालुओं की भीड़ के साथ, माता वैष्णो देवी यात्रा को बुधवार सुबह फिर से शुरू कर दिया गया. यह यात्रा जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित त्रिकुटा पहाड़ियों पर बने प्रसिद्ध वैष्णो देवी मंदिर की ओर जाती है.

यात्रा को 22 दिन पहले एक भयावह भूस्खलन के चलते स्थगित कर दिया गया था, जिसमें 34 लोगों की जान चली गई थी और 20 लोग घायल हुए थे. यात्रा फिर से शुरू होने के बाद श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला.

मौसम अनुकूल, मंदिर बोर्ड ने दी हरी झंडी
अधिकारियों के मुताबिक, जैसे ही मौसम ने अनुकूल रुख अपनाया, माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) ने यात्रा फिर से शुरू करने का फैसला किया. सुबह से ही कटरा शहर में भारी चहल-पहल देखने को मिली. श्रद्धालु सुबह तड़के ही बाणगंगा दर्शनी द्वार पर इकट्ठा होने लगे और यात्रा के फिर से शुरू होने पर खुशी और भावुकता दोनों दिखाई दी.

मंदिर प्रशासन ने जानकारी दी कि सुबह 6 बजे से दोनों मार्गों से यात्रा की अनुमति दे दी गई. इसमें नया और पुराना दोनों रास्ते शामिल रहे. यात्रा को रोकने के दौरान रखरखाव और मरम्मत कार्य भी किया गया ताकि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.

श्रद्धालु और स्थानीय व्यापारी दोनों में खुशी
यात्रा के दोबारा शुरू होने से न केवल श्रद्धालु बल्कि स्थानीय व्यापारी, होटल मालिक, और छोटे दुकानदार भी राहत महसूस कर रहे हैं. कटरा की अर्थव्यवस्था काफी हद तक इस यात्रा पर निर्भर करती है और यात्रा रुकने से यहां का व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ था.

श्रद्धालु जहां माता रानी के दर्शन के लिए उत्साहित दिखे, वहीं स्थानीय लोगों ने प्रशासन के फैसले का स्वागत करते हुए यात्रियों से सहयोग की अपील की.

सुरक्षा और निगरानी में कोई ढिलाई नहीं
श्राइन बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि यात्रा के दौरान सुरक्षा और ट्रैकिंग प्रोटोकॉल को पूरी सख्ती से लागू किया जाएगा. सभी यात्रियों को वैध पहचान पत्र रखना अनिवार्य है. RFID (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) आधारित ट्रैकिंग सिस्टम अनिवार्य रहेगा. श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे निर्धारित मार्गों का ही पालन करें और जमीनी स्टाफ से पूरा सहयोग करें. बोर्ड ने उन सभी श्रद्धालुओं का भी आभार जताया है जिन्होंने यात्रा स्थगन के दौरान संयम और समझदारी दिखाई.

भक्ति से सराबोर माहौल
पहाड़ियों की वादियों में जब “जय माता दी” के जयकारे गूंजे, तो पूरे क्षेत्र का माहौल भक्ति और आस्था से सराबोर हो गया. कई श्रद्धालु भावुक भी दिखे, जिन्होंने इस दिन का लंबे समय से इंतजार किया था.

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