डॉ. भूपेन हजारिका के 100वें जयंती समारोह में शामिल होंगे PM मोदी, 100 रुपये का सिक्का करेंगे जारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम में भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका की 100वीं जयंती समारोह में शामिल होकर 100 रुपये का स्मारक सिक्का जारी करेंगे। देशभर में वर्षभर चलने वाले शताब्दी समारोह में भूपेन दा की सांस्कृतिक विरासत और योगदान को याद किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान शनिवार को गुवाहाटी में संगीत के दिग्गज और महान गायक डॉ. भूपेन हजारिका के 100वें जयंती समारोह में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री मोदी, डॉ. हजारिका के सम्मान में 100 रुपये का स्मारक सिक्का जारी करेंगे। खानापाड़ा में आयोजित एक भव्य शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री की उपस्थिति में 1,000 से अधिक कलाकार डॉ. हजारिका के 14 अमर गीतों की प्रस्तुति देंगे। महान गायक डॉ. भूपेन हजारिका का वर्ष भर चलने वाला जन्मशती समारोह सोमवार को असम एवं दूसरे स्थानों पर प्रारंभ हो गया है। दिल्ली स्थित असम हाउस के अधिकारियों ने इस महान गायक को श्रद्धांजलि देने के लिए सोमवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया।
केंद्रीय जहाजरानी और बंदरगाह मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा, सांसद भुवनेश्वर कलिता, दिलीप सैकिया, कामाख्या प्रसाद तासा, बिजुली कलिता मेधी, रामेश्वर तेली, परिमल शुक्लाबैद्य, कणाद पुरकायस्थ और अमरसिंह तिस्सो सहित कई गणमान्य व्यक्तियों और असम भवन के अधिकारियों ने असम हाउस परिसर में आयोजित एक समारोह में पुष्पांजलि अर्पित की। केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका ने असम की धरती, लोगों, असम की संस्कृति और शेष पूर्वोत्तर के गीत गाए और उन्हें वैश्विक मंच पर पहुंचाया। विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने ब्रह्मपुत्र के कवि को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके गीत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित और प्रोत्साहित करते रहेंगे।
सांसद और असम प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप सैकिया ने वर्तमान पीढ़ियों को प्रेरित करने के लिए डॉ. हजारिका के जीवन, योगदान और संबंधों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर एक संगीत कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।
असम सरकार ने जन्म शताब्दी मनाने के लिए अगले 12 महीनों के कार्यक्रमों की योजना बनाई है। शताब्दी समारोह अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मुंबई, कोलकाता और दिल्ली में भी आयोजित किए जाएंगे, जहां हजारिका रहते थे। भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न से सम्मानित, डॉ. हजारिका का 5 नवंबर, 2011 को 85 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका की 100वीं जन्म जयंती देशभर में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई जा रही है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भावपूर्ण लेख के माध्यम से उनकी सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक योगदान को याद किया। उन्होंने अपने आधिकारिक ब्लॉग पर प्रकाशित 'भूपेन दा को श्रद्धांजलि' शीर्षक वाले इस लेख में भूपेन दा की जीवनी, उनके संगीत की यात्रा और सामाजिक योगदान को सरल शब्दों में बयां किया है। उन्होंने बताया कि कैसे भूपेन दा ने असम की मिट्टी से जुड़कर दुनिया को मानवता का संदेश दिया। यह लेख शताब्दी वर्ष की शुरुआत पर उनकी विरासत को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का संकल्प दिलाता है।
वे भारत की सबसे भावुक और असाधारण आवाजों में से एक थे। पीएम मोदी ने लेख की शुरुआत में लिखा, 'आज 8 सितंबर, भारतीय संस्कृति और संगीत से जुड़े लोगों के लिए विशेष दिन है, खासकर असम के भाइयों-बहनों के लिए। भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका की जन्म जयंती है। वे भारत की सबसे भावुक और असाधारण आवाजों में से एक थे। इस साल उनके जन्म शताब्दी वर्ष की शुरुआत हो रही है। यह समय है उनके कला और जन-जागरण के योगदान को याद करने का।
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