बिहार की तर्ज पर त्रिपुरा में भी मतदाता सूची पुनरीक्षण की कवायद, TMP-EC के बीच 23 जुलाई को चर्चा
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में है। त्रिपुरा में भी TMP ने अवैध प्रवासियों की आशंका पर SIR की मांग की है। निर्वाचन आयोग 23 जुलाई को TMP से बैठक करेगा।

बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कराया जा रहा मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) चर्चा के साथ-साथ विवादों में भी घिरा हुआ है। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई हो रही है। आगामी 28 जुलाई को शीर्ष अदालत में इस मुकदमे के अलग-अलग पहलुओं पर निर्वाचन आयोग (ईसीआई) को जवाब देना है। इसी बीच पूर्वोत्तर भारत से भी मतदाता सूची पुनरीक्षण का विचार सामने आया है। त्रिपुरा के राजनीतिक दल ने मांग की है कि आयोग को इस राज्य में भी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर विचार करना चाहिए। आयोग प्रदेश के राजनीतिक दल- TMP के साथ 23 जुलाई को चर्चा करेगा।
क्या त्रिपुरा की मतदाता सूची में अवैध प्रवासी?
रिपोर्ट्स के मुताबिक टिपरा मोथा पार्टी (टीएमपी) के एक प्रतिनिधिमंडल को चुनाव आयोग ने 23 जुलाई को बैठक के लिए आमंत्रित किया है। इस बैठक का मकसद त्रिपुरा की मतदाता सूची में अवैध प्रवासियों के संभावित पंजीकरण को लेकर पार्टी की तरफ से उठाई गई चिंताओं पर चर्चा करना है।
विज्ञापन
भाजपा की सहयोगी पार्टी TMP ने कहा- हम एसआईआर कराने का समर्थन करते हैं
दरअसल, त्रिपुरा में भाजपा-नीत गठबंधन सरकार की घटक टीएमपी राज्य में बिहार की तर्ज पर मतदाता सूची की विशेष गहन समीक्षा (एसआईआर) कराने की पक्षधर है। टीएमपी प्रमुख प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने ये बैठक टीएमपी के अनुरोध पर बुलाई है।
निर्वाचन आयोग ने 23 जुलाई को बैठक के लिए बुलाया
देबबर्मा ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, त्रिपुरा की मतदाता सूची में अवैध प्रवासियों के शामिल होने को लेकर हमारी चिंताओं और बिहार की तरह एसआईआर कराने की हमारी मांग के मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने हमें 23 जुलाई को एक बैठक के लिए बुलाया है।
नौ सदस्यीय TMP प्रतिनिधिमंडल पूर्वोत्तर में चुनावी प्रक्रिया पर बात करेगा
उन्होंने कहा, जो लोग हमारी आलोचना करते रहते हैं, उनके लिए मेरा एक ही जवाब है-हम अपनी अगली पीढ़ी की रक्षा की कोशिश तो कर रहे हैं और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम कर रहे हैं। यह केवल टिपरा मोथा पार्टी की नहीं बल्कि हर भारतीय की लड़ाई है। कृपया दलगत राजनीति से ऊपर उठें और अवैध प्रवास के विरुद्ध एकजुट हों। पार्टी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि देबबर्मा के नेतृत्व में नौ सदस्यीय टीएमपी प्रतिनिधिमंडल पूर्वोत्तर राज्य में चुनावी प्रक्रिया से जुड़े कई प्रमुख मुद्दे उठाएगा।
हिंदी: What's Your Reaction?






