तेजस्वी यादव की बढ़ी मुश्किलें, महाराष्ट्र के बाद अब एक और राज्य में केस दर्ज

पटना, बिहार में चुनावी सियासी पर चढ़ा हुआ है. लगातार आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. शुक्रवार को उनके खिलाफ महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप केस दर्ज हुआ था. अब खबर आ रही है कि उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश में भी केस दर्ज हुई है.
तेजस्वी के खिलाफ महाराष्ट्र के गढ़चिरौली के बाद उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया पर कथित रूप से आपत्तिजनक और अमर्यादित टिप्पणी करने के लिए मुकदमे दर्ज किए गए हैं. उनके खिलाफ यह कानूनी कार्रवाई एक बड़ा झटका मानी जा रही है, खासकर तब जब बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं.
महाराष्ट्र में तेजस्वी के खिलाफ 4 धाराएं
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में भाजपा विधायक मिलिंद रामजी नरोटे की शिकायत पर गढ़चिरौली पुलिस ने शुक्रवार को तेजस्वी यादव के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज की. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तेजस्वी पर एक्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक और अपमानजनक पोस्ट करने का आरोप है. उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 196 (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), धारा 356 (मानहानि), धारा 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना), और धारा 353 (सार्वजनिक व्यवस्था को प्रभावित करने वाले बयान) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
अब उत्तर प्रदेश में भी केस
वहीं, उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में भी तेजस्वी यादव के खिलाफ समान आरोपों के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. शाहजहांपुर की भाजपा महानगर अध्यक्ष शिल्पी गुप्ता की शिकायत पर थाना सदर बाजार पुलिस ने यह कार्रवाई की. शिल्पी गुप्ता ने आरोप लगाया कि तेजस्वी ने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की, जिससे जन भावनाओं को ठेस पहुंची. इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज की, जिससे तेजस्वी की कानूनी मुश्किलें और बढ़ गई हैं.
बिहार चुनाव में पड़ेगी असर
तेजस्वी यादव के खिलाफ दर्ज इन मामलों ने बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है. तेजस्वी यादव इस बिहार के चुनाव में अपनी पार्टी को मजबूत करने में लगे है. मगर, कानूनी मामले इस चुनाव में उनके लिए चुनौती बन सकती हैं. ऐसे मामले न केवल उनकी छवि को प्रभावित कर सकते हैं, बल्कि आने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी की रणनीति पर भी असर डाल सकते हैं.
क्या बोले तेजस्वी
तेजस्वी यादव की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. उनके समर्थकों का कहना है कि यह कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है. इसका मकसद विपक्ष को कमजोर करना है. दूसरी ओर, भाजपा नेताओं ने इन मामलों को गंभीर बताते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने का हकदार नहीं है.
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