दिवाली पर आरोपी प्रशांत से मिलने गई थीं डॉक्टर, झगड़े के बाद छोड़ा घर; सतारा मामले में बड़ा खुलासा

सातारा में महिला डॉक्टर आत्महत्या मामले में नया खुलासा, दिवाली पर झगड़े की बात सामने आई। परिवार ने एसआईटी जांच और फास्ट-ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की मांग की।

हिंदी: Oct 27, 2025 - 18:14
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दिवाली पर आरोपी प्रशांत से मिलने गई थीं डॉक्टर, झगड़े के बाद छोड़ा घर; सतारा मामले में बड़ा खुलासा
आरोपी प्रशांत बानकर

महाराष्ट्र के सतारा में बीते दिनों एक महिला डॉक्टर द्वारा आत्महत्या करने के मामले में नया मोड़ आया है। महाराष्ट्र महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने सोमवार को बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि 28 वर्षीय महिला डॉक्टर दिवाली के दिन आरोपी प्रशांत बानकर के घर गई थीं, जहां दोनों के बीच फोटो खींचने को लेकर झगड़ा हुआ। झगड़े के बाद डॉक्टर वहां से निकल गईं और बाद में होटल में जाकर ठहरीं। यह मामला महाराष्ट्र के फलटण (सातारा जिला) का है, जहां डॉक्टर सरकारी अस्पताल में कार्यरत थीं। डॉक्टर का शव पिछले गुरुवार रात एक होटल के कमरे में फांसी के फंदे से लटका मिला था।

बानकर से लगातार संपर्क में थीं महिला डॉक्टर

आत्महत्या से पहले डॉक्टर ने अपनी हथेली पर लिखा था कि पीएसआई गोपाल बदाने ने कई बार उसका यौन शोषण किया, जबकि सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रशांत बानकर मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। रूपाली चाकणकर ने बताया कि डॉक्टर और दोनों आरोपियों के कॉल रिकॉर्ड से पता चलता है कि मार्च के बाद से डॉक्टर की PSI बदाने से कोई बातचीत नहीं हुई थी, लेकिन बानकर से लगातार संपर्क में थीं।

उन्होंने कहा लक्ष्मी पूजा के दिन डॉक्टर बानकर के घर पर थीं। दोनों के बीच फोटो क्लिक करने को लेकर विवाद हुआ। बानकर के पिता ने डॉक्टर को मनाकर वापस घर लाने की कोशिश की, लेकिन वो फिर से निकलकर एक लॉज में चली गईं।

चाकणकर ने बताया कि डॉक्टर ने बानकर को कई संदेश भेजे, जिनसे साफ है कि वो तनाव में थीं और कोई ठोस कदम उठाने की सोच रही थीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण फांसी से दम घुटना पाया गया है। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस आत्महत्या में किसी और की भूमिका भी थी।

एसआईटी से जांच और फास्ट-ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की मांग

महाराष्ट्र के सतारा में आत्महत्या करने वाली महिला डॉक्टर के परिवार ने सोमवार को मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि मामले की सुनवाई बीड की फास्ट-ट्रैक कोर्ट में होनी चाहिए। परिवार के सदस्यों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनकी बहन के पुराने आरोपों की भी फिर से जांच होनी चाहिए। उन्होंने संदेह जताया कि आरोपी पुलिस सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदाने ने मुख्यमंत्री के दौरे से ठीक पहले आत्मसमर्पण करने से पहले सबूत नष्ट किए होंगे। बीड की रहने वाली 28 वर्षीय डॉक्टर बृहस्पतिवार रात फलटण के होटल में मृत मिली थीं। उन्होंने सुसाइड नोट में सब-इंस्पेक्टर बदाने पर बार-बार दुष्कर्म और इंजीनियर प्रशांत बानकर पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। दोनों आरोपियों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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